सुकून मिलता है बहुत तुम्हारे पास आकर यहाँ मेरे पास आ जाओ ना माँ, काफी दर्द भरे हैं अंदर इन्हें मिटाओ ना माँ भगवान को ढूँढ रही थी कब से भूल गई थी के वो तो कब से मेरे पास है, आज गोद में अपनी पहले की तरह फिर से सुलाओ ना माँ सब रिश्ते नाते झूठे लगते है एक तुम ही तो हो जो अपनी सी लगती हो माँ, आज माँ बन चुकी हूँ पर फिर भी छोटी सी बनाकर मुझे फिर से लोरी सुनाओ ना माँ... 🙏