"ए जिंदगी तुझे तक्कलुफ़ देने का ज़रा भी मन नहीं, पर ख्वाइशों को पूरा करने की जद्दोज़हद इस कदर बढ़ी है के बिना दर्द लिए पूरी होती ही नहीं ".. E jindgi tujhe takkaluff dene ka jara bhi man nhi, Par khwahisho ko pura karne ki jaddojahad is kadar badhi hai ke bina dard liye puri hoti hi nahi..